कानपुर। अरुणाचल प्रदेश से भारतीय वायुसेना के लापता हुए एएन-32 विमान में सवार वारंट अफसर कपिलेश कुमार मिश्रा का शव शुक्रवार को उनके घर लाया गया। इस दौरान भारत माता जिन्दाबाद के भी नारे लगते रहे और लोगों ने नाम आंखों से अपने शहर के लाल वारंट अफसर को भावभीनी श्रद्धांजलि भी दी। भारतीय वायुसेना का एएन-32 विमान तीन जून को अरुणाचल प्रदेश में लापता हो गया था। इसमें कानपुर के बिल्हौर के उत्तरीपुरा निवासी वारंट अफसर कपिलेश कुमार मिश्रा समेत वायुसेना के 13 अफसर मौजूद थे। लापता विमान का मलबा आठ जून को देखा गया और इसके बाद सर्च अभियान में सभी शव घाटी से निकाले गये लेकिन मौसम खराब होने के चलते वारंट अफसर कपिलेश का पार्थिव शरीर पैतृक घर नहीं लाया जा सका। मौसम सही होते ही शुक्रवार को वायु सेना के अफसर शहीद वारंट अफसर का शव लेकर उत्तरीपुरा पहुंचे।
वारंट अफसर का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। शहीद वायु सेना अफसर के अंतिम दर्शन के लिए परिजनों और आसपास के लोगों की भीड़ जुट गयी और सभी की आंखे नम हो गईं। नेताओं और अफसरों ने भी अंतिम दर्शन किए और भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान कपिलेश कुमार अमर रहे और भारत माता जिन्दाबाद के नारे लगते रहे। इसके बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए पार्थिव शरीर शिवराजपुर खेरेश्वर गंगा घाट ले गए जहां पर भारतीय वायुसेना के जवानों ने शहीद अफसर को अंतिम सलामी दी। इसके बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार किया। शहरवासियों के अलावा शहीद को श्रद्धांजलि देने प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे और परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। भाई प्रमिलेश ने बताया कि 23 जनवरी को बेटे आदर्श की शादी में भाई कपिलेश, बहू ऊषा और भतीजी स्नेहा के साथ आये थे। जाते समय कहकर गया था कि जल्द ही गर्मियों की छुट्टियों में परिवार संग आऊंगा लेकिन क्या पता था कि छह माह बाद वह जिन्दा नहीं बल्कि उनका शव आएगा। यह कहते-कहते भाई प्रमिलेश रोने लगे।
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