नई दिल्ली : देश की अर्थव्यवस्था को लेकर कांग्रेस नेताओं की टिप्पणियों को खारिज करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सैयद जफर इस्लाम ने विश्व बैंक की रिपोर्ट का हवाला देते हुए केन्द्र सरकार की उपलब्धियां गिनवाई। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक गिनी इंडेक्स में भारत 25.2 प्वाइंट के साथ सामाजिक समानता में विश्व में चौथे स्थान पर पहुंच गया है। यूपीए शासन में गिनी एंडेक्स में भारत 28.5 प्वाइंट पर था जहां समाज में भारी असमानताएं थीं।
गिनी इंडेक्स में यह सुधार प्रधानमंत्री मोदी के नए भारत की परिकल्पना को वैश्विक पटल पर प्रतिस्थापित करता है।
मंगलवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में जफर इस्लाम ने कहा कि आज देश में 55 करोड़ बैंक एकाउंट खोले गए हैं और उनके एकाउंट में डायरेक्ट ट्रांसफर बेनिफिट (डीबीटी) के माध्यम से पैसे भेजे जा रहे हैं। कांग्रेस नेता जब यह कह रहे हैं कि देश की अर्थव्यवस्था नहीं चल रही तो इसे किस आधार पर कह रहे हैं? भारत की अर्थव्यवस्था आज 6.5 प्रतिशत की दर दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। विश्व के जीडीपी में 20 प्रतिशत योगदान भारत देता है, इससे यह स्पष्ट होता है कि आज दुनिया में भारत का क्या कद है।
उन्होंने कहा कि विश्व बैंक के मुताबिक यूपीए शासन में देश में गरीबों की संख्या 27 प्रतिशत थी जो आज घटकर 5.35 प्रतिशत रह गई हैं।
पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 25 करोड़ गरीबों को गरीबी से बाहर निकाल कर समाज में समानता को स्थापित करते हुए लोकतंत्र को मजबूत किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पर बेरोजगारी एवं मंहगाई के आरोप लगाने वाले जयराम रमेश को पता होना चाहिए कि आज सीपीआई इंडेक्स 2.3 प्रतिशत के साथ अपने निम्नतम स्तर पर है और खाद्य मंहगाई भी यूपीए के समय 5.6 प्रतिशत से घटकर भाजपा कार्यकाल में 0.99 प्रतिशत पर आ गई है।
जफर इस्लाम ने कहा कि रोजगार सृजन पर प्रश्न खड़े करने वाले कांग्रेस प्रवक्ताओं को पता होना चाहिए कि उनकी पार्टी के पास कुल 5 करोड़ पंजीकृत कार्यकर्ता हैं और भाजपा सरकार ने इससे 4 गुना अधिक लोगों को अपने कार्यकाल में “रोजगार” दिया है।
वैश्विक युद्ध स्थितियों से बन रही समस्याओं के बावजूद भारत में मोदी सरकार के नीति निर्माताओं द्वारा किए गए सुधारों के कारण भारत मजूबती से आगे बढ़ रही है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उठाए गए नीतिगत कदमों का ही परिणाम है कि आज हर तबके का विकास हो रहा है।
डॉ. इस्लाम ने कहा कि यह बदलाव एक रात में संभव नहीं हुआ बल्कि बीते 11 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों के कारण संभव हुआ है। जब वर्ष 2014 में देश में भाजपा की सरकार बनी तब पूरी दुनिया भारत को दुनिया की सबसे कमजोर 5 अर्थव्यवस्थाओं में से एक रूप में देख रही थी, कहा जाता था कि यूपीए सरकार में
भारत का अर्थव्यवस्था ‘फ्रेजाइल फाइव’ था, लेकिन आज भारत ‘फेब्यूलस फोर’ अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया है। 697 बिलियन डॉलर के विदेशी मुद्रा भंडार के आधार पर तो भारत चौथे स्थान पर है ही लेकिन जीडीपी के आधार पर भी चौथे स्थान की ओर अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी ने 25 करोड़ गरीबों को गरीबी से बाहर निकाल कर समाज में समानता को स्थापित करते हुए लोकतंत्र को मजबूत किया। हाल ही में आई विश्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक गिनी इंडेक्स में भारत 25.2 प्वाइंट के साथ भारत दुनिया का चौथा ऐसा देश बन गया है जहां के समाज में समानता है। इससे पूर्व गिनी एंडेक्स में भारत 28.5 रैंक पर था जहां समाज में भारी असमानताएं थीं, लेकिन भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के बीते 11 वर्षों के कार्यकाल में हुए लगातार सुधारों के साथ देश समानता की ओर बढ़ा है। प्रधानमंत्री जिस नए भारत की बात करते हैं, गिनी इंडेक्स में यह सुधार नए भारत की उसी परिकल्पना को दर्शाता है।
डॉ इस्लाम ने कहा कि भारत मिनी इंडेक्स की रिपोर्ट में जी-7 देशों से भी बेहतर है, यहां तक कि अमेरिका भी इस इंडेक्स में भारत से पीछे है। इसी तरह एक और रिपोर्ट जो लोकतंत्र की बात करती है, उसमें भी भारत ‘फेब्यूलस फोर’ में शमिल है। यह देश के लिए गर्व की बात है। इसके पीछे प्रधानमंत्री मोदी की दूरदृष्टि है कि इन वर्षों में सरकार ने गरीबों का हाथ पकड़ कर रास्ता तय किया है। सरकार ने विकास के साथ समानता का भी ध्यान रखा, विश्व बैंक के मुताबिक 3 डॉलर से कम आय के लोग गरीबी रेखा के नीचे आते हैं जो देश में पहले 27 प्रतिशथ थे, लेकिन आज यह घटकर 5.35 प्रतिशत पर आ गए हैं। यानी मोदी सरकार ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला है। सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं, आयुष्मान भारत योजना को ही देखें तो यह आज विश्व के लिए एक टेम्पलेट बन गई है। आज 41 करोड़ लोग आयुष्मान कार्ड धारक हैं जिनका सरकार ने ध्यान रखा कि वे अपने मान सम्मान को बनाए रखते हुए अपना इलाज कर सकें।