कहा, गहलोत को सरकार बचाने से फुर्सत मिले तो बालिकाओं को दरिन्दों से बचाएंगे
नई दिल्ली/जयपुर : राजस्थान के वरिष्ठ भाजपा नेता तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने राजस्थान में सियासी संकट के दौरान फोन टैपिंग के मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में गहलोत सरकार को अपनी सरकार बचाने से फुर्सत मिले तो वे महिलाओं व बालिकाओं पर रेप और हिंसा के मामलों में कार्रवाई करें।कर्नल राठौड़ मंगलवार को नई दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में लगातार रेप की घटनाएं हो रही हैं।
ये घटनाएं साधारण मनुष्य को शर्मिंदा करने वाली हैं। एक के बाद एक हो रही घटनाएं ऐसे हो रही हैं, मानो रेप का कैलेण्डर बना हो। आस-पड़ोस के राज्यों के सभी गुण्डे राजस्थान पहुंच गए हैं। तभी तो ऐसी घटनाएं हो रही है। मुख्यमंत्री गहलोत बार-बार मोदी सरकार को निशाने पर लेकर अपनी नाकामी छिपा रही है। गहलोत सरकार नकारात्मक राजनीति कर अपनी जिम्मेदारी भूल चुकी है। उन्होंने कहा कि नेशनल क्राइम ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार महिलाओं पर हिंसा को लेकर पिछले साल देशभर में 32 हजार घटनाएं हुईं, जबकि राजस्थान में छह हजार घटनाएं हुई। इस तरह राजस्थान इसमें पूरे देश में अव्वल रहा। राज्य में छह मार्च के बाद से लगातार एक के बाद एक महिला हिंसा की खबरें आ रही है।
इसमें महिला दिवस भी अछूता नहीं रहा। बालिकाओं के साथ हो रही घटनाएं यह तस्दीक कर रही हैं कि अब राजस्थान में बालिकाएं सुरक्षित नहीं है। राहुल व प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस के नेताओं को राजस्थान में हो रही ये घटनाएं नजर नहीं आ रही हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में मतदाताओं ने कांग्रेस को सरकार चलाने की जिम्मेदारी दी थी लेकिन कांग्रेस यहां सरकार चलाने के नाम पर नकारात्मक राजनीति कर रही है। वो सिर्फ अपनी सरकार बचा रही है। उन्होंने कहा कि फोन टैपिंग का मामला सामने आ चुका है। 69 ए व टेलीग्राफ एक्ट का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए, पर उन्हीं की सरकार में इसका दुरुपयोग हुआ। अब लिखित रूप में वे स्वीकार कर चुके हैं कि फोन टैपिंग हुई। हम इस मामले को उठाएंगे।
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