शाश्वत तिवारी। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए कायराना आतंकी हमले के बाद भारतीय प्रवासियों ने वैश्विक समुदाय के सदस्यों के साथ मिलकर दुनिया भर में बड़े पैमाने पर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया। अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, मैक्सिको और ब्रिटेन जैसे देशों में भारतीय समुदाय हिंसा के भीषण कृत्य की निंदा करने और पीड़ितों तथा उनके परिवारों के लिए समर्थन जुटाने के लिए एकजुट हुआ।
विभिन्न देशों में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान भारतीय झंडे लहराए गए। आतंक के खिलाफ स्लोगन वाली तख्तियां थामे भारतीय मूल के लोगों ने हमले की निंदा करते हुए नारे लगाए। उन्होंने हमले के पीड़ितों के प्रति एकजुटता व्यक्त की और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आह्वान किया। स्पेन के बार्सिलोना में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट साझा की, जिसमें कहा गया बार्सिलोना में भारतीय समुदाय ने पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए एक पीस रैली का आयोजन किया। मोमबत्तियां जलाई गईं, पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी गई और शांति और एकजुटता के लिए प्रार्थना की गई।
इसी तरह ह्यूस्टन स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास ने कहा विभिन्न संगठनों के प्रवासी सदस्य बड़ी संख्या में शुगर लैंड मेमोरियल पार्क में शोक व्यक्त करने और प्रार्थना करने के लिए एकत्र हुए। नरसंहार के पीड़ितों के परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए प्रवासी सदस्य भयानक आतंकी हमले की निंदा करने में मुखर थे और उन्होंने पीड़ितों को न्याय दिलाने का आह्वान किया।
न्यूयॉर्क में स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास ने कहा बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के सदस्य और भारत के मित्र पहलगाम में आतंकी हमले पर अपना गहरा दुख और निंदा व्यक्त करने के लिए टाइम्स स्क्वायर पर एकत्र हुए।
इसके साथ ही ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, फिनलैंड, डेनमार्क, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और अन्य कई देशों में भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शन देखने को मिले, जहां भारतीय समुदाय के साथ स्थानीय लोग भी आतंक के खिलाफ एकजुट नजर आए। ये वैश्विक प्रदर्शन आतंकवाद के खिलाफ एक शक्तिशाली और सामूहिक आक्रोश के साथ ही प्रवासी समुदाय के अपनी मातृभूमि के साथ गहरे संबंधों को दर्शाते हैं।
