लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने रोहिणी कमेटी की सिफारिशों को लेकर शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल को चिट्ठी लिखी थी। अब इस मामले को लेकर कांग्रेस ने राजभर पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता का लालच छोड़कर पिछड़ों के हितों की लड़ाई के लिए उन्हें राहुल गांधी के साथ मिलकर काम करना चाहिए।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अंशु अवस्थी ने शनिवार को राजभर पर निशाना साधते हुए कहा कि, “ सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर जी यदि वाकई में पिछड़ों अति पिछड़ों के शुभचिंतक हैं तो राहुल गांधी जी की सामाजिक न्याय की लड़ाई और जातीय जनगणना के मुद्दे पर समर्थन दें, और सत्ता की मलाई छोड़ें।”
उन्होंने आरोप लगाया कि ओम प्रकाश राजभर चर्चा में बने रहने के लिए दाएं और बाएं चिट्ठियां लिख रहे हैं, जबकि उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत पिछड़ों के मुद्दे पर की थी, लेकिन आज निजी लालच में भाजपा की गोद में सत्ता की मलाई खा रहे हैं।
श्री अवस्थी ने कहा कि, “ राजभर पिछड़ों के हितों और अधिकारों को भूल गए हैं, राहुल गांधी जी लगातार इस देश में सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं तो ओमप्रकाश राजभर जी क्यों नहीं हिम्मत जुटा पाते हैं, कि पिछड़ों के हक की लड़ाई में राहुल गांधी जी के मुहिम का हिस्सा बनें।”
उन्होंने कहा कि राजभर में इतनी हिम्मत नहीं है कि वो भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व और केंद्र सरकार से सवाल कर पाएं। उनको पिछड़ों के हित से ज्यादा सत्ता की कुर्सी पसंद है, जिस पर वह भाजपा की गोद में बैठे हैं।
श्री अवस्थी ने साफ़तौर पर कहा कि यदि वाकई वह पिछड़ों को शुभचिंतक हैं तो सत्ता का लालच छोड़कर पिछड़ों के हितों की लड़ाई के लिए राहुल गांधी के समर्थन में आएं, सिर्फ चिट्ठियां लिखने का नाटक न करें।
गौरतलब है ओमप्रकाश राजभर ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर सामाजिक न्याय का मुद्दा जोर-शोर से उठाया है। उन्होंने शुक्रवार को अपना दल (एस) की अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल को पत्र लिखते हुए “सामाजिक न्याय समिति” और “रोहिणी आयोग” की रिपोर्ट पर अपनी राय स्पष्ट करने का आग्रह किया था।
राजभर ने कहा है कि अब समय आ गया है कि ओबीसी वर्गों को उनका वास्तविक हक मिले और 27% आरक्षण का लाभ समान रूप से सभी उपवर्गों तक पहुंचे।