लखनऊ : सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर मुद्दे पर शुक्रवार को 10 जनवरी तक सुनवाई टलने के एक दिन श्रीरामजन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य एवं पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुलह-समझौते का नया राग छेड़ दिया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण पर मुसलमानों के साथ समझौता होने वाला है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समझौते को लेकर आपस में बैठक हो गई है। इसका मजमून भी तैयार है, अब केवल मुहर लगनी बाकी है। डॉ. वेदांती ने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर और लखनऊ में मस्जिद बनाने पर किसी भी धर्माचार्य को एतराज नहीं है। उम्मीद है कि चुनाव से पूर्व ही राममंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा। वे खुद भी राममंदिर मामले के समाधान में लगे हैं।
पक्षकारों से इस मामले में वार्ता व सहमति के सवाल पर कहा कि पक्षकारों के आकाओं सहित मुस्लिम पसर्नल लॉ बोर्ड जहां से संचालित हो रहा है वहां से वार्ता चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या में राममंदिर के लिए कुछ भी स्वीकार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि लखनऊ में जो मस्जिद बनेगी वह आक्रांता बाबर के नाम पर नहीं, बल्कि खुदा व इस्लाम के अनुसार बनेगी, इसको लेकर हिंदू-मुस्लिमों में सहमति लगभग बन चुकी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बचाव करते हुए कहा कि राज्यसभा में भाजपा का बहुमत नहीं होने के कारण अध्यादेश लाना व्यावहारिक नहीं है।
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