लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केन्द्र और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जो लम्बे चौड़े वादे किए थे, उनका क्या हुआ? प्रधानमंत्री देश में और विदेशी मंचों पर पर्यावरण की रक्षा की चिंता तो खूब दिखाते हैं, पर उनकी डबल इंजन की उत्तर प्रदेश सरकार पर्यावरण का संहार करने पर ही जुट गई है। भाजपा का यह दोहरा चरित्र और आचरण एक तरह से उसका स्वभाव बन गया है। अखिलेश ने रविवार को यहां जारी एक बयान में कहा उत्तर प्रदेश में भारत-नेपाल सीमा पर सामरिक महत्व की एक सड़क बनाने की योजना है। इस योजना में दो टाइगर रिजर्व और तीन वन्य जीव अभयारण्य तो प्रभावित होंगे ही लगभग 55 हजार पेड़ों का भी विनाश होना है। इनमें साल, जामुन, नीम आदि के पेड़ बहुतायत में हैं। बहुत से पेड़ तो 200 वर्ष पुराने हैं। प्रदेश के तराई क्षेत्र में वन्य जीवों की कई प्रजातियां पाई जाती हैं। इनमें बाघ, भालू, हिरन तथा अन्य जीव शामिल हैं। इस सड़क के लिए 287 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता होगी।
अखिलेश ने कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर सड़क निर्माण का कार्य नवम्बर 2018 से शुरू होने की उम्मीद है। इस परियोजना से वन्य जीवों के लिए खतरा पैदा हो जाएगा। ऐसे भी घटते वन क्षेत्र से जहां पशु पक्षियों का जीवन संकट ग्रस्त हो रहा है। वहींं पर्यावरण पर पड़ने वाले असर के चलते ऋतु चक्र भी बहुत प्रभावित होता है। प्रदेश की भाजपा सरकार को पर्यावरण की चिंता होती तो वह कम से कम वन क्षेत्र के विनाश और पेड़ों की कटान की योजना नहीं बनाती। यह राज्य के हितों के विरूद्ध योजना है, जिसकी निदा की जानी चाहिए। भाजपा को पर्यावरण संरक्षण को बिगाड़ने में और लोगों को परेशान करने में ही सुख मिलता है।
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