कीव : यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यरमक ने अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप का आभार जताया है। मेलानिया ने निर्वासित यूक्रेनी बच्चों की सुरक्षा के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को पत्र लिखा था।
शनिवार को सोशल मीडिया पर लिखे एक पोस्ट में जेलेंस्की के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यरमक ने लिखा, रूसी राष्ट्रपति पुतिन को लिखे मेलानिया ट्रंप के पत्र के लिए आभारी हैं।
यरमक ने लिखा, रूस के कब्जे में मौजूद यूक्रेनी बच्चों की वापसी किसी भी शांति समझौते के लिए एक महत्वपूर्ण शर्त होनी चाहिए।
येल के ह्यूमैनिटेरियन रिसर्च लैब द्वारा संचालित यूक्रेन कॉन्फ्लिक्ट ऑब्जर्वेटरी के अनुसार, युद्ध के दौरान 35,000 से ज्यादा यूक्रेनी बच्चों का अपहरण किया गया और उन्हें रूस और रूसी-कब्जे वाले क्षेत्रों में 100 से ज्यादा जगहों पर ले जाया गया।
मेलानिया ट्रंप ने पुतिन को एक पत्र लिखा था, जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को अलास्का के एंकोरेज में अपने हाथों से सौंपा था।
यूएस की प्रथम महिला ने लिखा, हमें सभी के लिए एक गरिमापूर्ण विश्व की कल्पना करनी चाहिए ताकि हर आत्मा शांति के साथ जाग सके और भविष्य सुरक्षित रहे। पुतिन, मुझे यकीन है कि आप भी इस बात से सहमत होंगे, एक सरल लेकिन गहन अवधारणा यह है कि प्रत्येक पीढ़ी के वंशज अपने जीवन की शुरुआत पवित्रता के साथ करें। एक ऐसी मासूमियत जो भौगोलिक सीमा, सरकार और विचारधारा से ऊपर हो।
मेलानिया ट्रंप ने कहा कि पुतिन अकेले ही बच्चों के चेहरे पर मुस्कान को फिर से ला सकते हैं। बच्चों की मासूमियत की रक्षा करके, आप मानवता की सेवा भी करेंगे। ऐसा साहसिक विचार सभी मानवीय भेदभावों से परे है, और आप आज ही ऐसा कर सकते हैं। यही समय है। माता-पिता होने के नाते, अगली पीढ़ी की आशा को पोषित करना हमारा कर्तव्य है। एक नेता होने के नाते, तो यह कर्तव्य और भी बड़ा हो जाता है।
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने शनिवार को मीडिया को बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने अलास्का में होने वाली अपनी महत्वपूर्ण शिखर वार्ता से पहले पुतिन को यह पत्र सौंपा।
मेलानिया ट्रंप एंकोरेज के पास स्थित ज्वाइंट बेस एलमेनडॉर्फ-रिचर्डसन में नहीं थीं, जहां अमेरिकी और रूसी अधिकारियों के बीच लगभग तीन घंटे तक बैठक हुई।
संयुक्त राष्ट्र ने मार्च में रूस की आलोचना की थी कि लगभग साढ़े तीन साल से चल रहे युद्ध के कारण यूक्रेन में बच्चों को कितनी पीड़ा झेलनी पड़ रही है।
रूस ने पहले तर्क दिया था कि वह संघर्ष क्षेत्रों से बच्चों को बचा रहा है।
19,000 से ज्यादा बच्चों को यूक्रेन से रूस निर्वासित किया गया। यूक्रेनी सरकार के मुताबिक वास्तविक संख्या कहीं ज्यादा है।
जेलेंस्की ने मंगलवार को ट्रंप-पुतिन शिखर सम्मेलन से पहले पत्रकारों को बताया कि मास्को यूक्रेनी बच्चों की वापसी पर बातचीत में अड़ंगा डाल रहा है।