लखनऊ: पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल के रूप में, एक्स-सर्विसमेन कॉन्ट्रिब्यूटरी हेल्थ स्कीम (ईसीएचएस) में मेदांता अस्पताल, लखनऊ को शामिल किया गया। इस अवसर पर सेना एवं मेदांता अस्पताल के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) का आदान-प्रदान किया गया।
इस कार्यक्रम में सेना की ओर से मेजर जनरल सलिल सेठ, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, मध्य उत्तर प्रदेश सब एरिया ने प्रतिनिधित्व किया, जबकि मेदांता अस्पताल की ओर से मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर एवं विभिन्न विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे।
मेदांता अस्पताल, लखनऊ क्षेत्र का सबसे बड़ा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल है और इसके ईसीएचएस में शामिल होने से लगभग पाँच लाख पूर्व सैनिक एवं उनके आश्रित लाभान्वित होंगे। यह सुविधा न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि बिहार सहित आस-पास के राज्यों के लाभार्थियों के लिए भी उपलब्ध होगी।
अब तक पूर्व सैनिकों को उच्च स्तरीय चिकित्सकीय परामर्श एवं उपचार हेतु दिल्ली अथवा गुरुग्राम जाना पड़ता था। किन्तु मेदांता के ईसीएचएस पैनल में शामिल होने से यह सभी सेवाएँ अब लखनऊ में ही उपलब्ध होंगी। अस्पताल में कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, ऑन्कोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, जॉइंट रिप्लेसमेंट, ट्रॉमा एवं इमरजेंसी केयर, क्रिटिकल केयर, एनेस्थीसिया, यूरोलॉजी, गाइनेकोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, पल्मोनोलॉजी, रेडियोलॉजी, लैब सर्विसेज, ब्लड बैंक, डेंटल, फिजियोथेरेपी, डायटेटिक्स एवं एम्बुलेंस सर्विसेज जैसी सेवाएँ उपलब्ध होंगी।
मेदांता अस्पताल का ईसीएचएस से जुड़ना पूर्व सैनिक समुदाय की एक लंबे समय से चली आ रही माँग की ऐतिहासिक पूर्ति है, जो अब उनके लिए गुणवत्तापूर्ण एवं विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएँ घर के निकट ही सुनिश्चित करेगा।