बाराबंकी : पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 7 जनवरी से चल रहे टीबी सक्रिय खोज अभियान में मंगलवार तक 3 दर्जन से अधिक तक टीबी रोगियों को विभाग ने खोजा है। इनका उपचार विभाग द्वारा संचालित डाट्स योजना के तहत किया जायेगा। अभियान में लगी टीमें गांव-गांव व घर घर रोगियों की खोज कर रही हैं। जो कि 17 जनवरी तक चलेगा। टीबी साक्रिय खोज अभियान में लगीं 137 टीमें 10 दिवसीये टी वी सक्रिय खोज अभियान में बीते सात जानवरी से चल रहा है जिसमें 137 टीमों सहित 31 सुपरवाइजर व 10 मेडिकल अफसरों को लगाया गया है। इनके द्वारा 1 हजार आबादी के क्षेत्र जिसमें मुख्य ईट भट्ठे व मलिन बस्ती हो, शामिल किया गया है। टीम ने सोमवार तक 36 नए टीबी रोगियों की पहचान की है। जिनका उपचार विभाग के द्वारा जारी है। यह अभियान 17 जनवरी तक चलेगा।
इस सर्वे के दौरान टी वी रोगियों को जागरूक किया जाने के साथ टी वी संक्रमित रोगियों के बलगम की जांच की जाएगी। जिसमें 2 हफ्तों से अधिक खांसी, बुखार आना, वजन कम होना, रात में पसीना आना, भूख न लगना, सीने में दर्द रहना आदि टीबी लक्षण के बारे में टीम द्वारा बतलाया जाएगा। इनके द्वारा जरूरतमंद बच्चे छय रोगियों को निःशुल्क दवायें दी जा रही है। टीमें अभियान के दौरान अधिक से अधिक घर पहुंच सर्वे करने में लगी हैं। प्रत्येक टीम में 3 सदस्य नामित हैं। जिसमें एक-एक क्षेत्रीय आंगनवाड़ी व आशा कार्यकत्री सहित डाट्स पोइटर यानी टीबी के दवा वितरित कर्ता शामिल है। इनके द्वारा लोगों को टीबी बीमारी के बरे में जागरूक किया जा रहा है। साथ ही बलगम निशुल्क जांच की जा रही है। जिसमें संक्रमित मरीजों को टीम प्राथमिकता दे रही है। जिला छय अधिकारी एके सिंह ने बताया कि जनपद में 7 जनवरी से सक्रिय खोज अभियान चल रहा है। इस दौरान सोमवार तक 36 टीबी संक्रमित रोगियों का पहचान की गई, जिनका इलाज विभाग द्वारा जारी है।
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