पीसीएस परीक्षा 2018 के पाठ्यक्रम में बदलाव कर और इसके स्वरूप की अब तक जानकारी न देकर यूपी पीएससी ने प्रतियोगियों को दुविधा में डाल दिया है। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए ऑनलाइन आवेदन छह जुलाई से शुरू हो जाएंगे। जबकि तैयारी कैसे करें, प्रश्न पत्र किस तरह से आएंगे और उनमें उत्तर देने की शब्द सीमा क्या होगी? इसकी जानकारी न होने से परीक्षा में फिर विवाद होने की आशंका है, प्रतियोगी ऊहापोह में हैं।
उप्र लोकसेवा आयोग (यूपी पीएससी) ने पीसीएस परीक्षा 2018 से यूपीएससी का पैटर्न अपना लिया है। परीक्षा प्रक्रिया में कई बदलाव किए हैं, साथ ही पाठ्यक्रम में भी फेरबदल हुआ है। आयोग के इस पाठ््यक्रम को शासन से मंजूरी भी मिल चुकी है। आयोग ने पाठ्यक्रम में बदलाव काफी पहले किए लेकिन, प्रतियोगियों के बीच उसका प्रचार प्रसार नहीं किया। हालांकि प्रश्नपत्रों के अधिकतम अंक, लघु उत्तरीय-दीर्घ उत्तरीय प्रश्न, साक्षात्कार के अंक समेत यह बता दिया गया है कि विषय के चयन में बदलाव क्या हुए हैं। जबकि सिविल सर्विस की लगातार परीक्षा देने वाले प्रतियोगियों के अनुसार यूपीएससी ने 2011 में पाठ््यक्रम में बदलाव किया था जिसके मॉडल पेपर को वेबसाइट पर अपलोड कर उसके स्वरूप की जानकारी दी थी। इससे परीक्षा में शामिल होने वाले मानसिक रूप से तैयार हो गए थे और उन्हें बदले पाठ्यक्रम के अनुरूप परीक्षा देने में समस्या नहीं हुई।
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