13 देशों से पधारे बाल प्रतिभागियों के नृत्य-संगीत पर झूमे दर्शक

सीएमएस में अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर का ओपन डे समारोह

लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ की मेजबानी में चल रहे ‘27वें अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर’ का ‘ओपेन डे समारोह’ आज बड़े धूमधाम से सीएमएस कानपुर रोड ऑडिटोरियम में मनाया गया। सीएमएस के डायरेक्टर ऑफ स्ट्रेटजी, रोशन गांधी ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का विधिवत् उद्घाटन किया। नृत्य एवं संगीत के इस साँस्कृतिक महोत्सव में अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर के प्रतिभागी 13 देशों के बाल प्रतिनिधियों ने अपने-अपने देशों के लोकनृत्यों व लोकगीतों का ऐसा सुन्दर समाँ बाँधा कि दर्शक झूम उठे और तालियों की गड़गड़ाहट से सीएमएस कानपुर रोड ऑडिटोरियम गूंज उठा। इससे पहले, ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर’ की निदेशिका एवं सीएमएस इनोवेशन विभाग की शिक्षिका सुदीप्ता सिंह ने विभिन्न देशों से पधारे बच्चों व अन्य गणमान्य अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया। इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर में ब्राजील, कैनडा, कोस्टारिका, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, इटली, मैक्सिको, नार्वे, स्वीडन, थाईलैण्ड, अमेरिका एवं भारत के 11 से 12 वर्ष की आयु के बाल प्रतिनिधि प्रतिभाग कर रहे हैं।

इस अवसर पर अपने उद्बोधन में रोशन गांधी, डायरेक्टर ऑफ स्ट्रेटजी, सी.एम.एस., ने कहा कि विभिन्न संस्कृतियों व विचारों का संगम ही विश्व एकता की धुरी है। भारत ने सारे विश्व को प्रेम, शान्ति एवं अहिंसा का संदेश दिया है और इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर के माध्यम से यही संदेश प्रसारित हो रहा है। इस प्रकार के बाल शिविर बच्चों में एकता, सहिष्णुता, प्रेम, शान्ति व सौहार्द की भावना विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने इस अवसर पर कहा कि बच्चों में प्रारम्भ से ही एकता और शान्ति के बीज बोने की परम आवश्यकता है क्योंकि यही भावी पीढ़ी आगे चलकर विश्व का नेतृत्व करेगी।

‘ओपेन डे समारोह’ के उपरान्त आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में बाल शिविर के उद्देश्यों की विस्तृत जानकारी पत्रकारों को देते हुए सी.आई.एस.वी. इण्डिया के प्रेसीडेन्ट, सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि भाषा व संस्कृति की भिन्नता के बावजूद इन बच्चों ने एकता का अभूतपूर्व वातावरण निर्मित किया है। यह अन्तर्राष्ट्रीय शिविर वास्तव में सारी दुनिया के लिए एक उदाहरण है जो भावी पीढ़ी को मानव मात्र से प्रेम करने की प्रेरणा देता है। अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर की सचिव एवं सी.एम.एस. के क्वालिटी अश्योरेन्स एवं इनोवेशन डिपार्टमेन्ट की हेड सुस्मिता बासु ने कहा कि विभिन्न संस्कृति, भाषा, सभ्यता, रीति-रिवाज में पले-बढ़े नन्हें-मुन्हें बच्चों को एक स्थान पर साथ-साथ इकट्ठे रखे जाने का उद्देश्य उनके कोमल हृदयों में आपसी भाईचारा, विश्व शांति तथा विश्व बन्धुत्व की भावना का समावेश करना है।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com