CM योगी बोले, अतीत को भुलाकर कोई समाज व राष्ट्र नहीं बढ़ सकता आगे

हर स्थापना दिवस पर यूपी को देंगे नई योजना का सौगात

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह धरती आद्यकाल से पुरूषार्थ, विविध संस्कृति व वैभव की धरती रही है। यह दिवस इसलिए मनाया जा रहा है कि हम अपनी स्थापना के 70 वर्षों का आत्मावलोकन कर सकें। इसके पहले इस दिवस को मनाने की पहल किसी ने नहीं की। उन्होंने कहा कि अतीत का विस्मृत करके कोई समाज व राष्ट्र आगे नहीं बढ़ सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उप्र की धरती पर बुद्ध ने जन्म लेकर दुनिया में शान्ति का संदेश दिया। जैन ने अहिंसा का संदेश दिया। यह प्रदेश आजादी के बाद देश को सर्वाधिक प्रधानमंत्री देने वाला प्रदेश है। इससे गौरव की अनुभूति होनी चाहिए। आज हम अपनी स्थापना के 70 वर्ष पूरे कर रहे हैं। यह दिवस स्मरणीय बने, इसलिए हर क्षेत्र के वि​भूतियों को सम्मानित किया जा रहा है। विभिन्न क्षेत्रों के विभूतियों को तीन दिन तक सम्मानित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष प्रयागराज में कुम्भ का आयोजन कर इस प्रदेश ने दुनिया में कीर्तिमान बनाया। उस मौके पर 24 करोड़, 50 लाख श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। आज मौनी अमावस्या पर ढाई करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया है। उन्होंने कहा कि यूपी में गंगा सबसे अधिक दूरी तय करती है।

योगी आदित्यनाथ कि यह​ दिवस स्थापना के 70 वर्ष के गौरवशाली परम्परा को आगे बढ़ाने के लिए है। यूपी में काशी व संगम है। यूपी सभ्याताओं की धरती है। इस मौके पर यूपी सरकार खेल के क्षेत्र में कीर्तिमान बनाने वाले​ खिलाड़ियों को सम्मानित कर गौरवान्वित महसूस कर रहा है। इस मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार ने सात उद्यमियों को सम्मानित किया गया। यह सम्मान एक व्यवस्था है। इनके कतृत्व से उत्तर प्रदेश का मान व सम्मान बढ़ता है। यह बेहतरीन काम करने वालों का सम्मान है। ऐसे लोगों को सम्मान देना हमारा दायित्व है। इन उद्यमियों ने उत्तर प्रदेश तस्वीर को बदला है। इनके द्वारा रोजगार की अपार संभावनाएं दी गई हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि युवाओं के प्रोत्साहन के लिए एक जिला-एक उत्पाद के जरिये ढाई सौ करोड़ की व्यवस्था है। इस मौके पर विश्वकर्मा सम्मान, खाद्य ग्रामोद्योग से जुड़े कार्यक्रम भी होंगे। 26 जनवरी को विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ठ ​कार्य करने वालों को भी सम्मानित किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि एक जिला-एक उत्पाद से यूपी में 28 प्रतिशत निर्यात बढ़ा है। तात्कालीन राज्यपाल राम नाईक की प्रेरणा से वर्ष 2017 में यूपी दिवस शुरु किया। पहले स्थापना दिवस पर ओडीओपी की घोषणा हुई, दूसरे स्थापना दिवस पर 2018 में ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ शुरू किया गया था। अब तीसरे स्थापना दिवस पर ‘अटल आवासीय विद्यालय’ की सौगात दी है। यह योजना 18 मण्डलों में चलेगा। यह विद्यालय श्रमिकों के बच्चों के लिए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की योजना में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। हम प्रधानमंत्री की सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं। इस योजना का लाभ रजिस्टर्ड श्रमिकों के बच्चों को ​भी मिलेगा। प्रदेश में जिनका कोई नहीं उनका शासन होगा। तीसरे स्थापना दिवस के अवसर पर हम नई योजना को आगे बढ़ाने में सफल होंगे। यूपी के हर स्थापना दिवस पर एक नई योजना का सौगात देंगे। उन्होंने कहा कि कन्या सुमंगला योजना का लाभ हर बालिका को मिले। शासन की योजना आगे बढ़े, इसके लेकर हम कार्य कर रहे हैं। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश विकास की नई ऊंचाईयों को छूये, ऐसी मैं कामना करता हूं।

विकास को समर्पित है यह दिवस -दिनेश शर्मा

उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि यह तीसरा यूपी दिवस है। सवाल उठता है कि इसके पहले यूपी दिवस क्यों नहीं मनाया गया। पिछली सरकारों को यूपी के गौरवमयी परम्परा से लेना देना नहीं था। उन्होंने तात्कालीन राज्यपाल राम नाईक को भी बधाई दी। कहा, यह दिवस अब विकास को समर्पित है। उत्तर प्रदेश सर्वतोमुखी विकास की ओर आगे बढ़ रहा है। केन्द्र की कई योजनाओं में उप्र को पहला स्थान मिल रहा है। यूपी शिक्षा के क्षेत्र में नकलविहिन शिक्षा की ओर आगे बढ़ रहा है।

मोदी व योगी ने डॉ.अम्बेडकर के सपनों को साकार किया-स्वामी मौर्य

इस मौके पर प्रदेश के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि सूबे के राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश निरन्तर चतुर्मुखी विकास की ओर आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश उत्तरोत्तर ऊंचाई की आगे बढ़ रहा है। यह सरकार समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की चिंता कर रही है। स्वामी मौर्य ने कहा कि सपा सरकार में सिर्फ साइकिल वितरण कर अपनी खानापूर्ति करती थी। यह सरकार 18—18 लोककल्याणकारी योजनाओं को चलाकर अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचा रही है। श्रम विभाग बड़ी तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। इस सरकार ने गरीब, दलित, ​वंचित व शोषितों के लिए अटल आवासीय विद्यालय की सौगात देकर एक नई पहल की है। इस सरकार ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर के सपनों को साकार किया है। इस मौके पर मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, मंत्री उपेन्द्र तिवारी, मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी, मुख्य सचिव आर.के. तिवारी समेत अन्य मंत्री, अधिकारी तथा पार्टी के पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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