उत्तरप्रदेश

टोंटी चोरी विवाद के बाद लंदन में परिवार के साथ छुट्टियां मना रहे अखिलेश यादव

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की दोस्ती का असर अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी दिखने लगा है। अखिलेश यादव भी अब अवकाश मनाने विदेश जाने लगे हैं। लखनऊ में सरकारी बंगला खाली होने के बाद तोडफ़ोड़ तथा …

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चित्रकूट में पुलिस मुठभेड़ में दस्यु बबुली कोल के चार साथी गिरफ्तार, अपहृत बरामद

उत्तर प्रदेश के ऑपरेशन ऑल आउट के तहत साढ़े पांच लाख रुपए के ईनामी दस्यु सरगना बबुली कोल की तलाश में लगी पुलिस ने आज उसके चार साथियों को गिरफ्तार किया है। हल्की मुठभेड़ के बाद पुलिस ने कोल के …

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गोंडा: रिश्वत देने से मना करने पर महिला को नहीं मिली अस्पताल में एंट्री, तड़प-तड़प कर हुई मौत

यूपी के गोंडा से अस्पताल में भर्ती करने के बदले रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है. आरोप है कि डॉक्टरों ने एक महिला को सरकारी अस्पताल में भर्ती करने से पहले रिश्वत मांगी और जब वो उतनी रकम नहीं …

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मनचलों के डर से चार बहनों ने मदरसा जाना छोड़ा, मोदी, योगी से लगाई मदद की गुहार

यूपी सरकार महिला सुरक्षा के चाहे कितने भी दावे कर ले लेकिन सूबे में महिलाओं के खिलाफ अपराध थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. मेरठ से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहां चार बहनों …

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जब्त हो सकता है लखनऊ की तन्वी सेठ का पासपोर्ट, रिपोर्ट में झूठे निकले कई दावे

हिंदू पत्नी तन्वी सेठ तथा मुस्लिम पति मोहम्मद अनस सिद्दीकी का लखनऊ में बना पासपोर्ट बेहद सुर्खियों में है। इनमें से तन्वी सेठ का पासपोर्ट अब जब्त हो सकता है। तन्वी ने पासपोर्ट आवेदन के दौरान जो पता दिया है, उस पर वह बीते एक वर्ष से अधिक के समय से निवास हीं नहीं कर रही हैं। तन्वी ने पासपोर्ट आवेदन में गलत जानकारी दी थी। फैसला अब विदेश मंत्रालय को लेना है। लखनऊ के हिंदू-मुस्लिम दंपत्ति के पासपोर्ट विवाद में जांच टीम ने बड़ी खोज कर ली है। जिसके कारण अब तन्वी सेठ का पासपोर्ट रद होने के साथ ही जब्त हो सकता है। मोहम्मद अनस सिद्दीकी की पत्नी तन्वी सेठ (अब सादिया हसन) के लखनऊ आवास पहुंची लोकल इंटेलिजेंस टीम (एलआइयू) का कहना है कि तन्वी सेठ ने पासपोर्ट आवेदन में लखनऊ का जो पता दर्शाया है, वहां वह एक वर्ष से कभी लंबे समय तक रही ही नहीं। एलआईयू की टीम वेरिफिकेशन के लिए कल ही लखनऊ में तन्वी सेठ के ससुराल पहुंची थी। अपने पासपोर्ट आवेदन में तन्वी सेठ ने लखनऊ के कैसरबाग इलाके में झाऊलाल बाजार के पास चिकवाली गली में घर का पता दिया था। जहां उसके ससुराल वाले रहते हैं। जांच टीम ने बताया कि तन्वी के ससुराल वाले इसका कोई सबूत पेश नहीं कर सके कि तन्वी पिछले एक साल के दौरान वहां रही थी। सीनियर सुपरीटेंडेंट विकास मिश्रा ने कहा- मैंने नियम का पालन किया, हर नोटिस का जवाब दूंगा यह भी पढ़ें लखनऊ के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय पर धार्मिक भेदभाव का आरोप लगाने वाली तन्वी सेठ का पासपोर्ट जब्त हो सकता है। तन्वी सेठ ने पासपोर्ट आवेदन में आवास स्थान की गलत जानकारी दी। लखनऊ के आवास पर वह लंबे समय तक रही ही नहीं। नियमों के मुताबिक, तन्वी पर गलत जानकारी देने के आरोप सही पाए जाते हैं तो उसका पासपोर्ट रद होने के साथ जब्त हो सकता है। लखनऊ पुलिस की रिपोर्ट तन्वी के खिलाफ चली गई है। इस बार मामला उनके दो नाम या धर्म परिवर्तन को लेकर नहीं है। उन्होंने लखनऊ में ही रहने का दावा किया था, पासपोर्ट ऑफिस को तन्वी ने बताया था कि वह पति अनस सिद्दीक़ी के साथ नोएडा में नौकरी करती हैं, लेकिन उनका काम ऐसा है कि लखनऊ में घर से रह कर ही हो जाता है। जब लखनऊ पुलिस ने तन्वी के मोबाइल नंबर की डिटेल निकाली तो पता चला कि तन्वी 14 जून से पहले नोएडा में रह रही थी। तन्वी सेठ के नाम से लखनऊ में बना था सादिया का आधार कार्ड यह भी पढ़ें पासपोर्ट बनवाने के लिए पुलिस वेरिफिकेशन जरूरी होता है। तन्वी सेठ के केस में लखनऊ के कैसरबाग पुलिस थाने ने रिपोर्ट बनाई है। इसमें लखनऊ में रहने का उनका दावा झूठा निकला। पड़ोसियों ने बताया कि वह तो पति के साथ नोएडा में ही रहती हैं। उनकी बेटी भी उनके साथ ही रहकर वहां पढ़ती है। जब पुलिस ने तन्वी सेठ के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि तन्वी 14 जून से पहले नोएडा में रह रहीं थीं। पासपोर्ट बनवाने के लिए लखनऊ आईं थी। 19 जून को उन्होंने आवेदन किया था। छुट्टी के दिन खुला पासपोर्ट कार्यालय, विदेश मंत्रालय भेजी तन्वी प्रकरण की रिपोर्ट यह भी पढ़ें तन्वी सेठ के दावे के मुताबिक 20 जून को पासपोर्ट ऑफिस में सीनियर सुपरिटेंडेंट विकास मिश्र से उनकी कहासुनी हुई। मीडिया में रिपोर्ट आने के बाद अगले ही दिन उन्हें हाथों हाथ पासपोर्ट मिल गया। तन्वी सेठ के कॉल डिटेल से पता चला कि वे लगातार नोएडा में रहीं हैं। उन्होंने जब भी फोन किया, मोबाइल टावर नोएडा और दिल्ली के ही मिले। 14 से टावर के लोकेशन लखनऊ के बताए जाते हैं। क्या है नियम नियम दरकिनार कर एक घंटे में लखनऊ में बना नोएडा की तन्वी का पासपोर्ट यह भी पढ़ें नियम तो ये कहता है कि जिस पते पर आप छह महीने से रहते हैं, उसी पते पर आपका पासपोर्ट बनेगा। सेना, केन्द्रीय पुलिस बल और स्टूडेंट्स को इस नियम में छूट है। नोएडा में रहने वाली तन्वी सेठ को गाजियाबाद पासपोर्ट ऑफिस में आवेदन करना चाहिए था। उनके नाम को लेकर भी पेंच है। अनस से शादी करने से पहले उन्होंने धर्म बदल लिया था। इसके बाद निकाहनामा में उनका नाम सादिया अनस है। पासपोर्ट फॉर्म में उन्होंने ये जानकारी दी है कि उन्होंने कभी भी अपना नाम नहीं बदला। इसी बात पर पासपोर्ट ऑफिस के कर्मचारी विकास मिश्र से उनकी बहस हुई थी। जिस पर तन्वी ने आरोप लगाया था कि उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए कहा गया था। उन्हें हिंदू बनने के लिए कहा गया था। निकाहनामा के बावजूद तन्वी का इसी नाम से पासपोर्ट बन सकता है, लेकिन उन्हें नाम बदलने की जानकारी नहीं छिपाना चाहिए थी। बिना पुलिस वेरिफिकेशन के पासपोर्ट देने पर बढ़ा विवाद 21 जून को सवेरे 11 बजे तन्वी सेठ और पति अनस सिद्दीकी को हाथोंहाथ पासपोर्ट दे दिया गया था। तन्वी का पासपोर्ट नया बना था जबकि अनस का पासपोर्ट रीन्यू हुआ था। बिना पुलिस वेरिफिकेशन के पासपोर्ट देने पर विवाद बढ़ गया। तब रीजनल पासपोर्ट अफसर पीयूष वर्मा ने कहा था, हमारा अधिकार है हम किसी को पासपोर्ट दे सकते हैं। पासपोर्ट धारक का पुलिस वेरिफिकेशन बाद में भी हो जाता है। यह नियम तत्काल कैटेगरी में है, लेकिन तन्वी ने जनरल कोटे से पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था। पासपोर्ट विवाद को लेकर विदेश मंत्री भी हो गईं ट्रोल लखनऊ के इस पासपोर्ट विवाद के मीडिया में आने के बाद दबाव में अनस-तन्वी का पासपोर्ट जारी कर दिया गया और पासपोर्ट देने से मना करने वाले अधिकारी विकास मिश्रा का गोरखपुर ट्रांसफर भी कर दिया गया। इसके बाद एक तबके को यह बात पसंद नहीं आई। इसे लेकर सोशल मीडिया पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को जमकर ट्रोल किया गया और उनके फेसबुक पेज की रैंकिंग गिराने की मुहिम भी चली। सुषमा स्वराज को लेकर की गई कई टिप्पणियों में भद्दी भाषा का भी प्रयोग किया गया। इन सभी ट्रोलर्स का हालांकि सुषमा स्वराज ने बड़ी ही दिलेरी से सामना किया और खुद ही इनका स्वागत किया और अपने जवाब से ट्रोल करने वालों की बोलती बंद कर दी।

हिंदू पत्नी तन्वी सेठ तथा मुस्लिम पति मोहम्मद अनस सिद्दीकी का लखनऊ में बना पासपोर्ट बेहद सुर्खियों में है। इनमें से तन्वी सेठ का पासपोर्ट अब जब्त हो सकता है। तन्वी ने पासपोर्ट आवेदन के दौरान जो पता दिया है, …

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इलाहाबाद में एक और अधिवक्ता की हत्या, वकीलों में रोष

संगमनगरी इलाहाबाद में आज एक अधिवक्ता की हत्या कर दी गई। दो माह पहले भी यहां पर एक अधिवक्ता की उस समय हत्या की गई, जब वह न्यायालय जाने को अपने घर से निकले थे। इलाहाबाद में आज एक और वकील लाल वचन सोनी की गोली मार कर हत्या कर दी गई। यहां के नवाबगंज थाना क्षेत्र के खेरा गांव में अधिवक्ता लालवचन की गोली मार कर हत्या कर दी गई। आज सुबह वह सोरांव तहसील जा रहे थे। तभी बाइक सवार हमलावरों ने गर्दन में गोली मार दी। वकील की मौत से अधिवक्ताओं ने सोरांव तहसील में हंगामा शुरू कर दिया है। पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। इस हत्याकांड में भी इनके बीच आपसी विवाद की बात सामने आ रही है। इससे पहले कचहरी के वकील राजेश श्रीवास्तव और मेजा के वकील की हत्या पर शहर में जमकर बवाल हुआ था। कौडि़हार में नवाबगंज थाना क्षेत्र के लेहरा गांव के सामने हाइवे पर सोरांव तहसील जा रहे अधिवक्ता लालवचन सोनी को हमलावरों ने गोली मार दी। इसके बाद नाजुक हालत में मेडिकल कालेज रेफर कौडि़हार निवासी अधिवक्ता लाल वचन सोनी ने रास्ते में दम तोड़ दिया। वकील की हत्या से आक्रोशित वकीलों ने स्वरुप रानी मेडिकल कालेज में लाल वचन सोनी के शव को रखकर जाम लगा दिया। यह लोग एसएसपी को बुलाने की मागं कर रहे थे।

संगमनगरी इलाहाबाद में आज एक अधिवक्ता की हत्या कर दी गई। दो माह पहले भी यहां पर एक अधिवक्ता की उस समय हत्या की गई, जब वह न्यायालय जाने को अपने घर से निकले थे। इलाहाबाद में आज एक और …

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प्रादेशिक बुलेटिन : उत्तरप्रदेश की अब तक की बड़ी खबरें

बुजुर्ग दंपति की धारदार हथियारों से हत्या कानपुर देहात। जिले के महाराजपुर में रविवार तड़के कथित रूप से जायदाद के विवाद को लेकर एक बुजुर्ग दंपति की धारदार हथियारों से ताबड़तोड़ प्रहार कर हत्या कर दी गई। जानकारी के अनुसार …

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रविवार को स्वाति नक्षत्र संग सिद्धयोग, निर्जला एकादशी का संयोग

सनातन धर्म में ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी को निर्जला एकादशी या भीमसेनी एकादशी के रूप में मनाया जाता है। इस बार यह व्रत पर्व 24 जून रविवार को पड़ रहा है। एकादशी तिथि शनिवार को सुबह 5.50 बजे लग गई जो 24 जून को सुबह 5.31 बजे तक रहेगी। इसमें स्वाती नक्षत्र व सिद्धयोग का संयोग इसे खास बना रहा है। कई एकादशियों के पुण्यफल वाले निर्जला व्रत करने से आयु -आरोग्य के साथ अंतत: स्वर्गादि की प्राप्ति होती है। ख्यात ज्योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी के अनुसार यदि कोई अधिक मास सहित एक वर्ष की 25 एकादशी न कर सके तो सिर्फ निर्जला एकादशी व्रत करने से संपूर्ण फल प्राप्त किया जा सकता है। शास्त्रों में कहा गया है कि अग्र जन्म में पुण्य संचय करने के लिए इस जन्म में जो लोग एकादशी व्रत करते हैं उन्हें जन्म-जन्मांतर में धर्म-अर्थ- काम-मोक्ष स्वयं प्राप्त हो जाता है। निर्जला व्रत करने वाला व्रती अपवित्र अवस्था के आचमन के सिवा बिंदु मात्र भी जल ग्रहण न करें। यदि किसी प्रकार से जल उपयोग में ले लिया जाए तो व्रत भंग हो जाता है। दृढ़तापूर्वक नियम पालन के साथ निर्जल उपवास कर द्वादशी को स्नान और सामथ्र्य अनुसार स्वर्ण, जलयुक्त कलश, चीनी आदि का दान करना चाहिए। ब्राह्मण को भोजन कराकर स्वयं भोजन से संपूर्ण तीर्थों में स्नान समान फल मिलता है। अरे! यह शिवाजी तो पृथ्वीराज चौहान से भी अागे है, आंखों में पट्टी बांधकर लगाते हैं निशाना यह भी पढ़ें भीमसेन से बना भीमसेनी महाभारत काल में बहुभोजीय भीमसेन ने व्यास जी के मुख से प्रत्येक एकादशी को निराहार रहने का नियम सुनकर विनम्र भाव से निवेदन किया कि महाराज मुझसे कोई व्रत नहीं किया जाता है। दिनभर बड़ी तीव्र क्षुधा बनी रहती है। अत: आप कोई ऐसा उपाय बता दीजिए जिसके प्रभाव से स्वत: सद्गति हो जाए। उड़नखटोले से ससुराल गई एक दुल्हन; दूसरी घोड़ी पर होकर सवार, पहुंचेगी दुल्हे राजा के द्वार यह भी पढ़ें तब व्यास जी ने कहा कि तुमसे वर्षभर की संपूर्ण एकादशी नहीं हो सकती है तो केवल एक निर्जला कर लो। इससे वर्षभर की एकादशी के समान फल प्राप्त हो जाएगा। इस पर भीमसेन ने ऐसा ही किया और इस एकादशी को भीमसेनी एकादशी के नाम से जाना जाने लगा।

सनातन धर्म में ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी को निर्जला एकादशी या भीमसेनी एकादशी के रूप में मनाया जाता है। इस बार यह व्रत पर्व 24 जून रविवार को पड़ रहा है। एकादशी तिथि शनिवार को सुबह 5.50 बजे लग गई जो …

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लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को याद आ रही देशभक्ति: आजम खां

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां ने कश्मीर में पीडीपी – भाजपा गठबंधन टूटने को लेकर भाजपा पर तीखा हमला बोला है. आजम खां के मुताबिक़ भाजपाइयों ने तीन वर्ष तक कश्मीर में खूब मौज मनाई और अब, जबकि लोकसभा चुनाव में कुल 6 महीने ही बाकी रह गए हैं, तो लोगों को ठगने के लिए उन्हें देशभक्ति की याद आ गई. बीजेपी के जम्मू-कश्मीर में गठबंधन से हटने को अवसरवादिता करार देते हुए आजम ने पूछा कि, आतंकवादी जब जवानों के सिर काटकर ले गए, तब भाजपा ने समर्थन वापस क्यों नहीं लिया ? गौरतलब है कि मंगलवार को भाजपा ने जम्मू-कश्मीर सरकार से अपना समर्थन वापस लेने की घोषणा की थी, जिसके बाद जम्मू-कश्मीर सरकार गिर गई थी. इसी के बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस्तीफा भी दे दिया. जिसके चलते जम्मू-कश्मीर राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है. आजम ने कहा कि भाजपा को अगले लोकसभा चुनाव तक पीडीपी के साथ रहना चाहिए था. समर्थन वापसी का यह समय ठीक नहीं था. भाजपाइयों ने पहले तीन वर्ष तक कश्मीर में खूब मौज मनाई और अब लोकसभा चुनाव से ठीक पहले लोगों को ठगने के लिए बीजेपी को देशभक्ति की याद आ गई. कश्मीर में सेना द्वारा पत्थरबाजों से निपटने के लिए पत्थरबाजों के ही साथियों को ढाल बनाए जाने के सवाल पर आजम ने कहा कि, केंद्र और राज्य में सरकार भाजपा की थी तो ये शिकायत किससे कर रहे हैं. वहीं, आजम ने आर्मी चीफ के शहीद के घर जाने को अन्य शहीदों का अपमान बताते हुए कहा कि, शहीद औरंगजेब के घर आर्मी चीफ का दौरा खुद सवालिया घेरे में है उन्होंने कहा कि, बॉर्डर पर रोज सैनिक शहीद होते हैं, लेकिन आर्मी चीफ तो क्या, सेना का कोई छोटा या बड़ा अफसर भी उनके घर नहीं जाता है, ये बाकी शहीदों का अपमान है. मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में भाजपा के पीडीपी से समर्थन वापसी के बाद अल्पमत में आई पीडीपी की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी इस्तीफा दे दिया था. फिलहाल घाटी में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया है.

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां ने कश्मीर में पीडीपी – भाजपा गठबंधन टूटने को लेकर भाजपा पर तीखा हमला बोला है. आजम खां के मुताबिक़ भाजपाइयों ने तीन वर्ष तक कश्मीर में खूब मौज …

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अखिलेश ने कहा, योगी उद्घाटन का ही उद्घाटन करने वाले सीएम

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि वह चाहते हैं कि देश का अगला प्रधानमंत्री भी उत्तर प्रदेश से हो. उन्होंने कहा कि वह खुद एक बार फिर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनकर विकास कार्यो को आगे बढ़ाना चाहते हैं. अखिलेश ने कहा, "मैं इतना बड़ा सपना नहीं देखता कि देश का प्रधानमंत्री बन जाऊं. मुझे देश का प्रधानमंत्री नहीं बनना है, मुझे तो सिर्फ एक बार फिर उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री ही बनना है और प्रदेश के विकास कार्यो को आगे बढ़ाना है." लखनऊ में आगामी लोकसभा चुनावों पर बात करते हुए उन्होंने कहा, "अभी तक तो यही होता आया है कि यूपी से ही कोई प्रधानमंत्री बनता आया है, हम यही चाहते हैं कि कोई नया प्रधानमंत्री बने और यूपी से ही बने. देश की पसंद हमारी पसंद बन जाएगी और देश को क्या मिला देश इसका आकलन करेगा." राहुल गांधी का जिक्र किए जाने पर अखिलेश ने कहा, "सपना देखना बुरी बात नहीं है, लेकिन कांग्रेस को इसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. हम साथ हैं, लोकसभा चुनाव में भी साथ रहेंगे, कई और भी पार्टियां साथ आएंगी." उन्होंने कहा, "इस समझौते के लिए हमें कोई कुर्बानी देनी पड़ी तो हम पीछे नहीं हटेंगे. हालांकि सीटों के बंटवारे को लेकर मैं इस समय कुछ नहीं बोलूंगा. हम मध्य प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं." अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 'उद्घाटन का ही उद्घाटन करने वाला सीएम' करार दिया जो उनके राज्य में किये गए कार्यो का उद्घाटन कर विकास गिनवा रहे है.

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि वह चाहते हैं कि देश का अगला प्रधानमंत्री भी उत्तर प्रदेश से हो. उन्होंने कहा कि वह खुद एक बार फिर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनकर विकास कार्यो को आगे बढ़ाना चाहते …

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