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केजरीवाल और 3 मंत्रियों की गांधीगिरी LG के घर: केजरीवाल ने कहा- दिल्लीवासियों, संघर्ष जारी है

दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच एक बार फिर जंग तेज हो चुकी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी मांगों को लेकर उपराज्यपाल अनिल बैजल के घर सोमवार शाम से धरने पर बैठे है। उनके साथ डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, मंत्री गोपाल राय, सत्येंद्र जैन भी पूरी रात एलजी कर आवास के वेटिंग रूम में बैठे रहे। केजरीवाल दिल्ली सरकार की डोर टू डोर राशन योजना को मंज़ूरी देने और पिछले चार महीने से सरकार के कामकाज का बहिष्कार करनेवाले अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। केजरीवाल का आरोप है कि एलजी इस मामले में ढीला रवैय्या अपनायें हुए है । अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि उनके पास सीबीआई, पुलिस, ईडी, आईटी, आईएएस, एसीबी- सब कुछ है। फिर वो इतना घबराए क्यों हैं? हमारे साथ सत्य है, आत्मबल है। इसीलिए चेहरों पर सुकून और मुस्कान है। सत्य में बड़ी ताक़त होती है। मनीष सिसोदिया ने उपराज्‍यपाल अनिल बैजल ट्वीट करके कहा कि हमारे स्कूलों में वाइट वॉश का काम गर्मी की छुट्टियों में होना था। इस बार आपके आईएएस अधिकारियों की हड़ताल के चलते ये काम शुरू ही नहीं हुआ। बड़ी मुश्किल से सरकारी स्कूलों की चमक लौटनी शरू हुई थी. इसका काम बंद करवाकर आप कह रहे हैं। आईएएस अफसर काम तो कर रहे है। केजरीवाल सरकार की मांगे है- 1- पहली अधिकारी कथित हड़ताल खत्म करें मोहल्ला क्लिनिक की सीबीआई जांच पर केजरीवाल का केंद्र सरकार पर हमला 2- दूसरा काम रोकने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई हो 3- तीसरा राशन की डोर टू डोर योजना पास की जाए।

दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच एक बार फिर जंग तेज हो चुकी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी मांगों को लेकर उपराज्यपाल अनिल बैजल के घर सोमवार शाम से धरने पर बैठे है। उनके साथ डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, मंत्री …

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कांग्रेस ने जोर देकर मुझे सीएम बनाया….

कर्नाटक में सत्ता पर काबिज होने के बाद मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि कांग्रेस ने ही जोर देकर उन्हें सीएम बनाया है. उन्होंने बताया, 'कांग्रेस चाहती थी कि मैं जेडीएस-कांग्रेस के गठबंधन का नेतृत्व करूं.' कुमारस्वामी ने कहा कि कर्नाटक चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस नेताओं ने जब उनके पिता एचडी देवगौड़ा से संपर्क किया तो उन्होंने कांग्रेस को सीएम पद अपने पास रखने को कहा था. कुमारस्वामी ने बताया, 'मेरे पिता ने कांग्रेस नेताओं को कहा कि मेरी दो बार हृदय की सर्जरी हो चुकी है और मेरा स्वास्थ्य भी ठीक नहीं है. इस वजह से पिता ने कहा था कि सीएम का पद कांग्रेस खुद अपने पास रखे, लेकिन उन्होंने जोर दिया और मुझे सीएम बनाया.' उन्होंने यह भी कहा कि वह चरणबद्ध तरीके से सरकारी ऑफिसों से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए दृढ़ निश्चयी हैं. उन्होंने कहा, 'भ्रष्टाचार को पूरी तरह हटाना मुश्किल काम है और अगर मैं इसे प्रयोग में लाता हूं तो अपना पद छोड़ दूंगा.' उन्होंने आगे कहा, 'मैं विधान सौंधा में मौजूद बिचौलियों की वजह से सरकार चलाने के अपने डर को साझा करना चाहता हूं. मैंने बिचौलियों के होने की आशंका सुनी थी जो अधिकारियों के तबादले के लिए 10 करोड़ रुपये की मांग करते हैं. इन परिस्थतियों की वजह से कभी-कभी मैं सरकार चलाने को सोचते हुए डर जाता हूं.' उन्होंने आगे कहा, 'मैंने अपने इस डर को पिता से भी जाहिर किया था. इसके बाद ही मेरे पिता ने कांग्रेस नेताओं से हुई बातचीत को साझा किया था.' सीएम ने कहा कि लोगों के कल्याण के लिए काम करने के अलावा उनकी कोई महत्वकांक्षा नहीं है. उन्होंने कहां, 'मैं पैसा नहीं कमाना चाहता हूं और न ही किसी चीज के लिए आकांक्षा रखता हूं. मुझे नहीं पता कि मैं कितना अधिक जी पाउंगा. हालांकि फिर भी मैंने ऑफर स्वीकार कर लिया है, मैं सरकार चलाउंगा और अच्छी सरकार को सुनिश्चित करूंगा.'

कर्नाटक में सत्ता पर काबिज होने के बाद मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि कांग्रेस ने ही जोर देकर उन्हें सीएम बनाया है. उन्होंने बताया, ‘कांग्रेस चाहती थी कि मैं जेडीएस-कांग्रेस के गठबंधन का नेतृत्व करूं.’ कुमारस्वामी ने कहा …

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यादगार किस्सा: प्लेन भटकने की सूचना मिली तो सो गए अटल जी

भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को किडनी में खराबी और श्वसन तंत्र में संक्रमण की शिकायत के बाद सोमवार को एम्स में भर्ती कराया गया है। जांच में उन्हें यूरिन में संक्रमण पाया गया। हालांकि एम्स ने उनकी हालत स्थिर बताई है। 93 साल के अटलजी लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। वे डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) से जूझ रहे हैं। वह 2009 से ही व्हीलचेयर पर हैं। अटलजी जीवन भर भारतीय राजनीति में सक्रिय रहे। उनके जीवन से जुड़ा एक किस्सा यहां बता रहे हैं। अटल बिहारी वाजपेयी की जीवनी 'हार नहीं मानूंगा' में एक किस्सा बताया गया है जिसे पत्रकार विजय त्रिवेदी ने बयान किया है। एक बार अटलजी को हिमाचल प्रदेश में एक चुनावी सभा को संबोधित करने जाना था तो वे एक छोटे विमान से धर्मशाला जा रहे थे। इस सफर में उनके साथ वरिष्ठ पत्रकार और राज्यसभा सांसद रहे बलबीर पुंज भी थे। इस यात्रा के दौरान अटलजी को नींद आ गई। इसी बीच विमान का सह-पायलट कॉकपिट से बाहर आया और उसने पुंज से पूछा कि क्या वे इससे पहले कभी धर्मशाला आए हैं? पुंज द्वारा ऐसा पूछने की वजह पूछे जाने पर सह-पायलट ने कहा कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल से हमारा संबंध टूट गया है और हमें धर्मशाला मिल नहीं रहा है। विमान चालकों के पास बहुत पुराना नक्शा था और नीचे जो दिख रहा था, वह उस नक्शे से मेल नहीं खा रहा था। इतने में वाजपेयी की नींद टूटी। जब पुंज ने उन्हें सारी बात बताई तो अटल जी ने बोले 'अगर जागते हुए क्रैश होगा तो बहुत तकलीफ होगी इसलिए फिर से सो जाता हूं।' यह कहकर वे दोबारा सो गए। बाद में इस विमान का संपर्क इंडियन एयरलाइंस के एक विमान से हुआ और उसकी मदद से उसे धर्मशाला की जगह कुल्लू में सुरक्षित उतार लिया गया।

भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को किडनी में खराबी और श्वसन तंत्र में संक्रमण की शिकायत के बाद सोमवार को एम्स में भर्ती कराया गया है। जांच में उन्हें यूरिन में संक्रमण पाया गया। हालांकि एम्स ने उनकी …

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कर्नाटक कांग्रेस में दंगल जारी, राहुल लेंगे आखिरी फैसला

कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की साझा सरकार बनने के बाद सियासी ड्रामा जारी है. कांग्रेस के कोटे से बने मंत्रियों ने शपथ लिए हुए 6 दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी तक विभागों का बंटवारा पूरा नहीं हो सका. 6 विभाग अभी बांटे नहीं जा सके हैं. इसके अलावा कई वरिष्ठ नेता हैं जो मंत्री न बनाए जाने के चलते भी नाराज चल रहै हैं आर साथ ही प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर अभी तक मुहर नहीं लग सकी है. इसे लेकर कांग्रेस नेताओं में असंतोष बना हुआ है. लिंगायत समुदाय के नेता एमबी पाटिल मंत्री न बनाए जाने के चलते नाराज चल रहे हैं. वे अपनी रणनीति बनाने के लिए बेंगलुरु में आज कई नेताओं से मुलाकात करेंगे. इससे पहले पाटिल सहित राज्य के असंतुष्ट पार्टी विधायकों ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी. हालांकि इस मुलाकात कोई समाधान नहीं निकल सका. राहुल से मुलाकात के बाद एमबी पाटिल अपने क्षेत्र बीजापुर चले गए थे. वह आज शाम बेंगलुरु वापस आएंगे और माना जा रहा है कि अपने नजदीकियों के साथ बैठक करेंगे. जबकि पाटिल दिल्ली से लौटने के बाद से किसी भी असंतुष्ट विधायकों से मुलाकात नहीं की है. कर्नाटक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को लेकर भी संदेह बना हुआ है. राज्य के कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव के नाम पार्टी के वरिष्ठ नेता संतुष्ठ नहीं है. जबकि कर्नाटक के पार्टी प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने प्रदेश अध्यक्ष के नामों की शार्ट लिस्ट किया है. इस सूची को राहुल को सौंपेगे, जिसे बाद वे और पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रदेश अध्यक्ष के नाम को अंतिम रूप देंगे. राहुल के मुंबई दौरे के बाद संभावना है कि वेणगुपोल प्रदेश अध्यक्ष के नामों को सूची को सौंपेंगे. जबकि इससे पहले राहुल ने दिनेश गुंडू राव को प्रदेश अध्यक्ष बनाने का मन बनाया था.

कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की साझा सरकार बनने के बाद सियासी ड्रामा जारी है. कांग्रेस के कोटे से बने मंत्रियों ने शपथ लिए हुए 6 दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी तक विभागों का बंटवारा पूरा नहीं हो सका. 6 विभाग …

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किसने कहा, मोदी को कौन मार सकता है, उनका सीना तो 56 इंच का है

अहमदाबाद: गुजरात के दलित नेता और वडगाम से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी का कहना है कि अंबेडकरवाद आंदोलन पर नक्सलाइट का ठप्पा लगाने की साजिश हो रही है. जिसमे भीमा-कोरेगांव हिंसा के मामले में एक आरोपी के घर से मिले पत्र को जरिया बनाया जा रहा है.मेवाणी ने कहा कि जो पत्र मिला है वो फालतू है. हमें तो अंबेडकर आधारित आंदोलन पर नक्सलाइट का ठप्पा लगाने की महाराष्ट्र सरकार की योजना लगती है. प्रकाश अंबेडकर पर भी उंगली कर रहे हैं, उन्हें शर्म आनी चाहिए. शेहला रशीद द्वारा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और आरएसएस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने में शामिल होने के आरोप पर मेवाणी - मेवाणी ने कहा कि अगर किसी ने ऐसा ट्वीट किया है तो हम उसके समर्थक नहीं हैं. लेकिन सवाल यही है कि मोदी को कौन मार सकता है, उनका सीना तो 56 इंच का है. सुरेंद्र नगर जिले के दलित को गोली लग सकती है. मोदी तो 56 इंच का सीना लेकर निकलते हैं, तो उनको कहां डरना है. फिर भी उन्हें डर लग रहा है तो हमारी नसीहत है कि वो हिमालय चले जाएं. गोरखपुर में डॉक्टर कफील खान के भाई पर हुए हमले पर मेवाणी दलित नेता और गुजरात से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी का कहना है कि फिजूल के खर्च पर सभी राज्यों की सरकारें करोड़ों रुपये खर्च करती हैं. यूपी सरकार की ओर से महज 60 लाख रुपये नहीं दिए जाने की वजह से गोरखपुर के सरकारी अस्पताल में कई बच्चों की मौत हो गई थी, उस वक्त डॉक्टर कफील खान ही थे जिनके प्रयास से कई बच्चों की जान भी बची. इस बात का श्रेय दिए जाने की बजाए उन पर मुकदमा दायर कर दिया गया. जब वो जेल से निकलकर बाहर आए तो उन्होंने कहा था कि उन्हें आशंका है कि उन पर या उनके परिवार पर हमला हो सकता है. कल उनके भाई पर हमला हुआ तो इसके पीछे भी कोई न कोई साजिश लग रही है.

अहमदाबाद: गुजरात के दलित नेता और वडगाम से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी का कहना है कि अंबेडकरवाद आंदोलन पर नक्सलाइट का ठप्पा लगाने की साजिश हो रही है. जिसमे भीमा-कोरेगांव हिंसा के मामले में एक आरोपी के घर से मिले …

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इंटरव्यू में भाईजान ने हटाया अपने फ्यूचर प्रोजेक्ट्स से पर्दा, अब करेंगे डांस मूवी

ईद के मौके पर बॉलीवुड के दबंग खान सलमान खान अपनी आगामी फिल्म 'रेस 3' के जरिए धमाल मचाने के लिए आ रहे हैं. हाल ही में सलमान खान ने एक ग्रुप इंटरव्यू में बताया कि आने वाले समय में वह किन-किन प्रोजेक्ट्स पर काम करने वाले हैं. सलमान ने कुछ सीक्रेट्स रिवील करते हुए बताया कि आने वाले समय में वह संजय लीला भंसाली के साथ काम करने जा रहे हैं. इससे पहले सलमान भंसाली के साथ फिल्म 'खामोशी', 'हम दिल दे चुके सनम' और 'सांवरिया' में काम कर चुके हैं. इसके आलावा सलमान खान 'भारत', 'दबंग 3' और 'शेर खान' जैसी फिल्मों के लिए काम कर रहे हैं. ख़बरों में है कि 'किक 2' की स्क्रिप्ट अभी तक रेडी नहीं हुई है. इसी के साथ-साथ सलमान खान रेमो डीसूज़ा की एक डांस मूवी में भी नज़र आएंगे. फिल्मों के चयन को लेकर जब सलमान से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि, "मैं सिर्फ ऐसी फिल्मों में काम करना चाहता हूं जिसमें काम कर के मुझे संतुष्टि मिले. जब तक किसी फिल्म की स्क्रिप्ट मुझे रोचक नहीं लगती मैं उसके लिए हां नहीं करता.'' सलमान ने 'रेस 3' के बारे में बात करते हुए बताया कि, इस फिल्म के एक-दो पॉइंट को छोड़ दिया जाए तो इसकी स्क्रिप्ट उन्ह काफी पसंद आई है.

ईद के मौके पर बॉलीवुड के दबंग खान सलमान खान अपनी आगामी फिल्म ‘रेस 3’ के जरिए धमाल मचाने के लिए आ रहे हैं. हाल ही में सलमान खान ने एक ग्रुप इंटरव्यू में बताया कि आने वाले समय में …

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IND VS AFG : इस बड़ी वजह के कारण रद्द हो सकता है ऐतिहासिक टेस्ट मैच

आगामी 14 जून को भारत और अफगानिस्तान के बीच खेला जाने वाला ऐतिहासिक टेस्ट मैच बारिश के चलते रद्द हो सकता है. बता दे कि भारत से अधिक यह टेस्ट मैच अफगानिस्तान के लिए महत्वपूर्ण हैं. अफगानिस्तान ने अब तक एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला हैं. यहां उसके क्रिकेट इतिहास का पहला टेस्ट मैच हैं. जिस पर फिलहाल बारिश के बादल मंडराते हुए नजर आ रहे हैं. कल अफगानिस्तान टीम ने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी पहुंच कर अभ्यास किया. लेकिन बारिश के चलते ही टीम को समय से पहले वापस लौटना पड़ा. भारत और अफगानिस्तान के बीच खेले जाने वाले मैच पर भी बारिश बाधा बन सकती हैं. इस टेस्ट मैच के लिए अफगानिस्तान टीम पिछले माह ही भारत पहुंच चुकी थी. जहां उसने हाल ही में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ तीन टी-20 मैचों की सीरीज खेली थी. अफगानिस्तान ने इस टी-20 सीरीज में बांग्लादेश को चारों खाने चित कर सीरीज 3-0 से जीती थी. मौसम विभाग ने इस टेस्ट मैच में 1 या 2 दिन बारिश की भविष्यवाणी की हैं. यह टेस्ट मैच 14 जून से बैंगलोर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा. हालांकि चिन्नास्वामी स्टेडियम बारिश से निपटने में सक्षम हैं. आधुनिक तकनीक से बारिश रूकने के बाद मैच जल्द ही शुरु किया जा सकता हैं.

आगामी 14 जून को भारत और अफगानिस्तान के बीच खेला जाने वाला ऐतिहासिक टेस्ट मैच बारिश के चलते रद्द हो सकता है. बता दे कि भारत से अधिक यह टेस्ट मैच अफगानिस्तान के लिए महत्वपूर्ण हैं. अफगानिस्तान ने अब तक …

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चीन जरूरी भी, मजबूरी भी: 42 दिन में मोदी-जिनपिंग की दो मुलाकातों से क्या बदला?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के क्विंगदाओ शहर में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मेलन में हिस्सा लेकर स्वदेश लौट आए हैं. पिछले 42 दिन में ये चीन का उनका दूसरा दौरा था. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अप्रैल के आखिरी हफ्ते में चीन का दौरा किया था जिसमें चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वुहान शहर में मोदी की मेजबानी की थी और अनौपचारिक बातचीत में पर्सनल केमिस्ट्री पर खास जोर दिया गया था. वुहान में दोनों देशों की कोशिश ये थी कि तनाव के मुद्दों की वजह से रिश्ते खराब न हो पाएं, दुनिया ने क्विंगदाओ में इस कोशिश को और आगे बढ़ते देखा. पहली बार एससीओ का पूर्ण सदस्य भारत इस बार पीएम मोदी ने चीन का दौरा एससीओ सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए किया जिसमें पहली बार भारत पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल हुआ. रूस-चीन, ईरान के अलावा पाकिस्तान भी एससीओ का सदस्य है. सुरक्षा से ज्यादा इस संगठन का जोर आर्थिक सहयोग पर है. ये दोनों मुलाकातें काफी अहम हैं, खासकर डोकलाम तनाव के बाद दोनों देशों के रिश्तों में आई तल्खी के मद्देनजर. डोकलाम से आगे निकले रिश्ते पिछले साल डोकलाम में सड़क निर्माण से उपजे तनाव ने युद्ध जैसे हालात उत्पन्न कर दिए थे. एशिया के दो सबसे बड़े और परमाणु संपन्न देशों के सैनिक 73 दिन तक आमने-सामने डटे रहे थे. परमाणु युद्ध तक की धमकियां दी जा रही थीं. पर्सनल केमिस्ट्री से बदले हालात डोकलाम तनाव को कम करने के लिए मोदी और जिनपिंग ने कूटनीति का सहारा लिया. साथ ही दोनों नेताओं की पर्सनल केमिस्ट्री भी काफी मददगार साबित हुई. पिछले चार साल में दोनों नेता 14 बार मिल चुके हैं. इस साल कम से कम 4 और सम्मेलनों में मुलाकातें होंगी. साथ ही जिनपिंग ने अगले साल भारत दौरे का न्योता भी स्वीकार किया है. इससे पहले सितंबर 2014 में जिनपिंग भारत आए थे. पीएम मोदी ने अहमदाबाद में उनकी अगवानी की थी. वुहान में बनी बुनियाद अप्रैल में वुहान शहर में दुनिया की दो सबसे बड़ी अभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं ने अनौपचारिक बैठक कर तनाव को दूर करने की कोशिश का ऐलान किया. आज हालात पिछले कुछ महीनों पहले की स्थिति से काफी भिन्न दिखाई दे रहे हैं. क्या बदलाव दिखा है इन 42 दिनों में भारत-चीन के रिश्तों में, सरहद पर और कूटनीति में.. -ब्रह्मपुत्र नदी का डेटा शेयर करेगा चीन शनिवार को शी जिनपिंग और पीएम नरेंद्र मोदी की मुलाकात के बाद ब्रह्मपुत्र से जुड़े हाइड्रोलॉजिकल डेटा को साझा करने को लेकर अहम समझौता हुआ. पूर्वोत्तर में ब्रह्मपुत्र नदी भारत की लाइफलाइन है और वहां रहने वाले लोगों के लिए इस नदी के जल बहाव के बारे में सटीक जानकारी रखना जरूरी है. डोकलाम तनाव के बाद चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी का डेटा शेयर करना बंद कर दिया था. इससे असम समेत कई पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ के पानी पर नियंत्रण और प्रबंधन में दिक्कतें आ रही थी. -व्यापार घाटा कम करने पर सहमति भारत-चीन के संबंध आर्थिक ज्यादा हैं. चीन ने जहां भारत में 160 बिलियन डॉलर का निवेश किया है, वहीं चीन के लिए भारत सबसे बड़ा बाजार है. भारत-चीन ने 2020 तक आपसी व्यापार को 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है. इसमें भारत की चिंता 51 अरब डॉलर के व्यापार घाटे को लेकर थी. इसके मद्देनजर चीन ने भारत से अनाज, चीनी, अन्य कृषि उत्पादों के आयात को बढ़ावा देने का फैसला किया है. इसे व्यापार असंतुलन की भारत की चिंता के मद्देनजर बड़ा कदम माना जा रहा है. -सीमा पर तनाव कम करने के लिए मैकेनिज्म भारत और चीन के बीच 3,488 किमी लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) है. आए दिन तनाव के मुद्दों को सुलझाने के लिए दोनों देश जल्द ही हॉटलाइन संपर्क शुरू करने जा रहे हैं. साथ ही वुहान में दोनों नेताओं के बीच अपनी-अपनी सेनाओं को स्ट्रैटेजिक गाइडेंस जारी करने और शांति बनाए रखने के लिए जरूरी स्ट्रैटेजिक मेकेनिज्म मजबूत करने पर सहमति बनी थी. एससीओ बैठक से इतर हुई मोदी-जिनपिंग मुलाकात के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि दोनों नेता सभी मतभेदों को शांतिपूर्ण तरीके से दूर करने पर सहमत हुए हैं. सीमा विवाद को सुलझाने के लिए दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधि वार्ता करेंगे. -वित्तीय संबंध बढ़ाने पर जोर विदेश सचिव ने बताया कि भारत ने चीन के सरकारी बैंक ‘बैंक ऑफ चाइना’ को मुंबई में शाखा खोलने की अनुमति दे दी है. जिनपिंग ने दोनों देशों के बीच वित्तीय क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का सुझाव दिया था. इसके जवाब में मोदी ने कहा कि भारत बैंक ऑफ चाइना को मुंबई में शाखा खोलने की अनुमति देने को तैयार है. -कृषि उत्पादों का भारत करेगा चीन को निर्यात कृषि संबंधी समझौते के तहत अब भारत चीन को बासमती के साथ-साथ अन्य तरह के चावल, चीनी, औषधियों का निर्यात करेगा. भारत पहली बार चीन को चीनी निर्यात करने जा रहा है. पीएम मोदी ने अप्रैल की अपनी चीन यात्रा के दौरान इसका वादा किया था. भारत चीन को 10 से 15 लाख टन चीनी निर्यात की तैयारी कर रहा है. यह सौदा करीब 50 करोड़ डॉलर का हो सकता है. -पीपुल टु पीपुल कॉन्टैक्ट का नया तंत्र भारत और चीन ने विवादित मुद्दों पर बातचीत से इतर आपसी संपर्कों और व्यापारिक संबंधों के जरिए संबंध मजबूत करने का नया मंत्र अपनाया है. द्विपक्षीय रिश्तों में गति लाने के लिए भारत और चीन ने लोगों से लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए नया तंत्र गठित करने का फैसला किया है. इस तंत्र में दोनों देशों के विदेश मंत्री नेतृत्व करेंगे. लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए फिल्म, संस्कृति, योग, पारंपरिक भारतीय दवाएं, कला और संग्रहालय जैसे माध्यमों पर जोर दिया गया है. इस तंत्र की पहली बैठक इसी साल होगी. चीन में भारतीय फिल्मों के प्रति बढ़ती लोकप्रियता का भी इसमें जिक्र किया गया. जिनपिंग ने भारतीय फिल्म दंगल, बाहुबली और हिंदी मीडियम का खासतौर पर उल्लेख किया. भारत से जुड़ाव के लिए हाल के वर्षों में चीन ने हिन्दी पढ़ने पर ज़ोर दिया है. चीन की 15 यूनिवर्सिटीज में हिन्दी पढ़ाई जा रही है. भारत का योग भी चीन में खासा लोकप्रिय है. चीन में लगभग 1500 योग गुरु हैं जिनमें से अधिकांश भारतीय हैं. दोनों देशों की साझा ताकत दुनिया के लिए अहम चीन और भारत का साथ आना पूरी दुनिया के लिए अहम है. दोनों देशों की आबादी 2 अरब 60 करोड़ से अधिक है. दोनों दुनिया की उभरती हुई अर्थव्यवस्थाएं हैं. दोनों की सीमाएं आपस में मिलती हैं और सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार भी हैं. दुनिया की जीडीपी में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी रखते हैं. इसीलिए दोनों देशों को दुनिया का भविष्य कहा जाता है. भारत-चीन का सहयोग दुनिया की नीतियों को प्रभावित कर सकता है, इस लिहाज से आपसी विश्वास के लिए उठाए गए ये कदम न सिर्फ भारत और चीन के लिए बल्कि पूरी दुनिया खासकर तीसरी दुनिया के लिए देशों के लिए काफी अहम हैं. चीन की ओबीओआर परियोजना के खिलाफ भारत टिका हुआ है, इस दौरे में भी पीएम मोदी ने चीन की इस परियोजना को भारत की संप्रभुता के खिलाफ करार देकर ठुकरा दिया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के क्विंगदाओ शहर में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मेलन में हिस्सा लेकर स्वदेश लौट आए हैं. पिछले 42 दिन में ये चीन का उनका दूसरा दौरा था. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अप्रैल के …

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मुलाकात से पहले ट्रंप का ट्वीट धमाका

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नॉर्थ कोरिया के किम जोंग उन कि मुलाकात का वक़्त नजदीक आ रहा है दोनों नेता सिंगापूर पहुंच चुके है. सिंगापूर पहुंचने के ठीक पहले ट्रंप ने कहा- 'मुझे लगता है कि किम जोंग उन अपने लोगों के लिए अच्छा करना चाहते हैं और उनके पास ऐसा करने का अवसर है. यह एकमात्र मौका है.' हालांकि ट्रंप ने ये भी कहा कि उत्तर कोरिया ‘हमारे साथ बेहद अच्छा काम कर रहा है.' इससे पहले दुनिया की अग्रणी औद्योगिक अर्थव्यवस्थाओं के समूह G-7 के सम्मेलन के बाद कनाडा पर डोनाल्ड ट्रंप ट्वीट हमला बोल कर एक नए विवाद को जन्म दे दिया है. डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘मैंने संवाददाता सम्मेलन में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के झूठे बयान और कनाडा द्वारा अमेरिकी किसानों, कामगारों और कंपनियों पर लगाए जा रहे भारी-भरकम शुल्कों को देखते हुए हमने अपने प्रतिनिधि को कहा कि वो साझा बयान की पुष्टि न करें, क्योंकि हम अमेरिकी बाजार में भारी मात्रा में आ रहे वाहनों पर शुल्क लगाने पर विचार कर रहे हैं.’ उन्होंने लिखा, ‘कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने G-7 बैठक में दबे और सुलझे होने का नाटक किया, ताकि वह उसके बाद वहां से मेरे प्रस्थान के बाद संवाददाता सम्मेलन में बोल सकें और कह सकें....उन्हें कोई धमका नहीं सकता. बहुत ही बेईमान और कमजोर व्यक्ति.’ ट्रंप के इन ट्वीट के बाद बवाल मच गया. मामले को लेकर जर्मनी के विदेश मंत्री मेको मास ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने G-7 सम्मेलन के बाद एक संयुक्त बयान से पीछे हटकर यूरोप के साथ विश्वसनीय संबंध को तार-तार कर दिया है. उन्होंने ट्रंप से कहा कि आप महज एक ट्वीट कर बहुत तेजी से विश्वास खो देते हैं.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नॉर्थ कोरिया के किम जोंग उन कि मुलाकात का वक़्त नजदीक आ रहा है दोनों नेता सिंगापूर पहुंच चुके है. सिंगापूर पहुंचने के ठीक पहले ट्रंप ने कहा- ‘मुझे लगता है कि किम जोंग …

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केजरीवाल की शीला दीक्षित को खुली चुनौती

दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने शिला दीक्षित को चुनौती देते हुए कहा कि "कहा कि आप मोदी राज में एक साल भी दिल्ली की सरकार को चला कर दिखा दीजिये." बता दें, दिल्ली की सरकार ने LG और केंद्र सरकार पर दिल्ली में काम न करने का अड़ंगा लगाया है. इसी बात को लेकर शिला दीक्षित ने अरविदं केजरीवाल से कहा है कि यह काम न करने के बहाने है. इस बारे में अरविन्द केजरीवाल ने शिला दीक्षित को ट्वीट के माध्यम से चुनौती दी है. उन्होंने लिखा कि "शीला जी, आपके टाइम जनता पानी और बिजली बिलो से रो दी थी। सरकारी स्कूलों अस्पतालों का बुरा हाल था। प्राइवट स्कूल मनमानी फ़ीस बढ़ाते थे। हमने ये सब ठीक किया। आपके समय 10 साल केंद्र में आपकी अपनी सरकार,अपने LG थे। मैं चैलेंज करता हूँ एक साल मोदी राज में दिल्ली चला के दिखा दो." बता दें, एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए शिला दीक्षित ने कहा था कि दिल्ली केंद्र द्वारा आंशिक रूप से शासित होने वाला एक केंद्र शासित क्षेत्र है. दिल्ली की सरकार को हमेशा केंद्र के साथ मिलकर काम करना होता है. खुद के बारे में बताते हुए शिला दीक्षित कहती है कि उन्होंने खुद 15 साल केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम किया, इस मामले में अरविन्द केजरीवाल ने उन्हें चुनौती दी है.

दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने शिला दीक्षित को चुनौती देते हुए कहा कि “कहा कि आप मोदी राज में एक साल भी दिल्ली की सरकार को चला कर दिखा दीजिये.” बता दें, दिल्ली …

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